विष्व आदिवासी दिवस का आयोजन

 
शासकीय विश्वनाथ यादव तामस्कर स्नातकोत्तर स्वशासी महाविद्यालय, दुर्ग में विष्व आदिवासी दिवस का आयोजन
आदिवासी समुदायों के अधिकार, संस्कृति व उनकी विरासत को संरक्षित करने उन्हें सम्मान दिलाने 9 अगस्त को विष्व भर में आदिवासी दिवस मनाया जाता है। 
इसी तारतम्यता में शासकीय विश्वनाथ यादव तामस्कर स्नातकोत्तर स्वशासी महाविद्यालय, दुर्ग में गठित विभिन्न हाउस गतिविधि के अंतर्गत 8 अगस्त को विष्व आदिवासी दिवस मनाया गया। 
जिसमें महाविद्यालय के चन्द्रषेखर आजाद, भगत सिंह, विवेकानंद व सुभाषचंद्र बोस हाउस के विद्यार्थियों ने अपनी भागीदारी दी। 
इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि-डाॅ. आषुतोष मंडावी, कुषाभाउ ठाकरे पत्रकारिता महाविद्यालय रायपुर थे, जिन्होंने बताया कि यह दिवस आदिवासी की सभ्यता, संस्कृति, को याद करने व उन्हें उनके अधिकारों की मान्यता देने वाला है, उन्होंने बताया कि 2025 के विष्व आदिवासी दिवस की प्रमुख थीम श्आदिवासी लोग व कृत्रिम बुध्दिमता अधिकारों की रक्षा व भविष्य को आकारश् पर आधारित है। इसके द्वारा उन्हें आने वाली चुनौतियों के बारे में जागरूकता प्रदान की जाएगी। 
कार्यक्रम की विषेष अतिथि संगीत महाविद्यालय की प्राचार्य डाॅ. श्रीमती रिचा ठाकुर थी, जिन्होंनंे इस तरह के आयोजन को भारतीय जनजातियों को आगे बढ़ाने का आगाज बताया। छात्रों के वेषभूषा व उनकी प्रस्तुति की सराहना कि एवं कहा कि यह दिवस आदिवासियों के सामने आने वाली चुनौतियों के प्रति जागरूक कराने हेतु सार्थक है। 
कार्यक्रम की अध्यक्षता महाविद्यालय के प्राचार्य डाॅ. अजय सिंह ने कहा कि इस आयोजन का प्रमुख उद्देष्य स्वदेषी समुदायों के योगदान को उजागर करना उनके अधिकार एवं संरक्षण के महत्व पर जोर देना अभी भी आदिवासी सभ्यता अपने अस्तित्व एवं जल,जंगल एवं जमीन हेतु लड़ रहे है। भारत सरकार के द्वारा आदिवासी एवं प्राचीन सभ्यता को राष्ट्रीय षिक्षा नीति 2020 के द्वारा पाठ्यक्रम में प्रवेष कराकर उनकी सांस्कृतिक महत्व को उजाकर करने का प्रयास किया जा रहा है, साथ ही विभिन्न हाउस के प्रभारी सदस्यों व छात्र छात्राओं को इस आयोजन हेतु बधाई दी। 
कार्यक्रम का संचालन डाॅ. अम्बरीष त्रिपाठी, सहायक प्राध्यापक हिन्दी एवं धन्यवाद ज्ञापन डाॅ. राकेष तिवारी, प्राध्यापक गणित ने किया। डाॅ. तरलोचन कौर, सहायक प्राध्यापक अंग्रेजी ने अतिथि स्वागत के साथ यह बताया कि इस तरह का आयोजन आदिवासी सभ्यता का सम्मान महाविद्यालय द्वारा उन्नति के अवसर प्रदान करने प्रयास है। 
इस समारोह में समूह नृत्य एवं फैंसी ड्रेस प्रतियोगिता का आयोजन किया गया, जिसके द्वारा छात्र एवं छात्राऐं आदिवासी सभ्यता एवं संस्कृति को रोचक ढंग से प्रस्तुत किया। इस प्रतियोगिता में समूह नृत्य में प्रथम स्थान सुभाषचंद्र बोस समूह, द्वितीय विवेकानंद समूह एवं तृतीय चंद्रषेखर आजाद समूह ने प्राप्त किया। साथ ही आयोजित फंैसी ड्रेस प्रतियोगिता में प्रथम स्थान मेघा वर्मा, द्वितीय स्थान अमित कुमार एवं तृतीय स्थान वासुदेव ने प्राप्त किया।
इस कार्यक्रम में निर्णायक के रूप में डाॅ. के. पद्मावती विभागाध्यक्ष अर्थषास्त्र, डाॅ. मर्सी जाॅर्ज विभागाध्यक्ष अंगे्रजी विभाग डाॅ. रिचा ठाकुर प्राचार्य संगीत महाविद्यालय, दुर्ग उपस्थित थी। कार्यक्रम के संयोजक डाॅ. राकेष तिवारी एवं लक्ष्मेन्द्र कुलदीप थे। महाविद्यालय में गठित विभिन्न हाउस के प्रभारी समस्त विभाग के प्राध्यापक एवं विद्यार्थी उपस्थित थे।