साइंस कॉलेज दुर्ग में राष्ट्रीय सेवा योजना दिवस का भव्य आयोजन

 
साइंस कॉलेज दुर्ग में राष्ट्रीय सेवा योजना दिवस का भव्य आयोजन

शासकीय विश्वनाथ यादव तामस्कर स्नातकोत्तर स्वशासी महाविद्यालय दुर्ग की राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई द्वारा राष्ट्रीय सेवा योजना स्थापना दिवस बड़े उत्साह और गरिमा के साथ मनाया गया।
कार्यक्रम के अध्यक्षीय उद्बोधन में महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. अजय कुमार सिंह ने “सेवा परमो धर्मः” और तुलसीदास जी के दोहे “परहित सरिस धर्म नहीं भाई, परपीड़ा सम नहीं आधमाई” का उल्लेख करते हुए सेवा भावना को सर्वोपरि बताया। उन्होंने NSS की ऐतिहासिक यात्रा, उसके बहुआयामी योगदानों तथा युवाओं की समाज सेवा में भूमिका पर प्रकाश डाला।
स्वागत उद्बोधन में कार्यक्रम अधिकारी डॉ. मीना मान ने NSS के इतिहास, उद्देश्यों और उपलब्धियों की विस्तृत जानकारी दी। इस अवसर पर महाविद्यालय के पूर्व स्वयंसेवक मोरध्वज साहू, दिलेश्वर साहू, मानसी यदु, मनीष बंजारे, नोमिता, आंचल, गुलशन, पंकज, प्रकाशमणि, कमलेश एवं खुशबू ने अपने NSS के अनुभव साझा किए तथा नए स्वयंसेवकों को सेवा-भावना से कार्य करने की प्रेरणा दी।
स्थापना दिवस पर छत्तीसगढ़ राज्य रजत जयंती की थीम पर सांस्कृतिक प्रस्तुतियाँ भी दी गईं। इसमें सुवा नृत्य, पंथी नृत्य, राउत नाचा एवं भरथरी जैसे लोकगीत एवं लोकनाट्य ने सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया।
      कार्यक्रम में महाविद्यालय के वरिष्ठ प्राध्यापक डॉ. अनिल मिश्रा, डॉ. अभिनेष सुराना, डॉ. ज्योति धारकर, डॉ. मर्सी जॉर्ज, डॉ. निगार अहमद, डॉ. रचिता श्रीवास्तव, डॉ. सीमा पंजवानी, डॉ. सतीश सेन, डॉ. श्रीराम कुंजाम एवं प्रो. मोतीराम साहू विशेष रूप से उपस्थित थे।
कार्यक्रम अधिकारी तरुण कुमार साहू ने धन्यवाद ज्ञापित किया। सह कार्यक्रम अधिकारियों सुदेश कुमार साहू, निखिल देशलहरा, कुंदन जांगड़े, सोमेंद्र कुमार, राधिका साहू एवं गोपाल साहू का विशेष सहयोग रहा। कार्यक्रम का संचालन स्वयंसेवक चंदन, पोखराज एवं माही ने किया।
इस अवसर पर दल नायक हरीश मिनेश, यागिनी सहित द्रविन, आदिल, युवराज, किशन, टुकेश्वर, तोषण, रागिनी और लगभग 200 विद्यार्थी उपस्थित रहे।