संस्कृति और परंपरा के साथ ओजोन परत संरक्षण -साईंस कालेज, दुर्ग
शासकीय विश्वनाथ यादव तामस्कर स्नातकोत्तर स्वशासी महाविद्यालय, दुर्ग के रसायन शास्त्र विभाग में एम.एस.सी के विद्यार्थियों द्वारा दिनांक 18 सितम्बर को अंतर्राष्ट्रीय ओजोन दिवस मनाया गया। इस अवसर पर महाविद्यालय के प्राचार्य डाॅ. अजय कुमार सिंह ने ओजोन परत संरक्षण हेतु भारतीय संस्कृति एवं परंपरा को अपनाने की अपील की। उन्होंने कहा कि प्रकृति-पूजा अर्थात् विभिन्न त्यौहारों पर पेड़ पौधों की पूजा करना एवं उन्हें महत्व देना। ताकि पेड़ों द्वारा उत्सर्जित अधिक से अधिक आॅक्सीजन वायुमंडल में जाकर ओजोन के निर्माण में सहायक हो। तत्पश्चात् केमिकल सोसायटी के प्रभारी प्राध्यापक डाॅ. व्ही.एस.गीते ने अपने उद्बोधन में ओजोन परत के संरक्षण की आवष्यकता पर बल दिया और विद्यार्थियों से पर्यावरण संरक्षण हेतु जागरूकता फैलाने का आव्हान किया।
विभागाध्यक्ष तथा अन्य प्राध्यापको ने भी ओजोन परत के क्षरण का कारण, इसके दुष्परिणाम तथा बचाव के उपायों पर विस्तार से प्रकाष डाला। इस वर्ष ओजोन दिवस के अधिकारिक थीम श्विज्ञान से वैष्विक कार्यवाई तकश् के आधार पर विद्यार्थियों में भाषण तथा पावर प्वाइंट प्रस्तुति दी। उन्होंने अपनी प्रस्तुति में यह बताया कि इस थीम का उद्देष्य यह रेखांकित करना है, कि किस प्रकार वैज्ञानिक अनुसंधान में वैष्विक स्तर पर ओजोन परत के संरक्षण के लिये संयुक्त कार्यवाई को प्रेरित किया है। इस अवसर पर रसायन विभाग के प्राध्यापक एवं छात्र-छात्राएं ने मिलकर ओजोन परत संरक्षण के लिये शपथ ली। यह आयोजन न सिर्फ जागरूकता बढ़ाने में सहायक रहा बल्कि इसने विद्यार्थियों में प्रकृति एवं विज्ञान के प्रति संवेदनषील दृष्टिकोण को भी प्रोत्साहित किया।