इजराइल-हमास : अनवरत संघर्ष

तरूण कुमार साहू

इज़राइल-हमास संघर्ष व्यापक इज़रायली-फिलिस्तीनी संघर्ष का एक महत्वपूर्ण और स्थायी पहलू है, जो हिंसा के बार-बार चक्र, गहरे राजनीतिक और क्षेत्रीय विवादों और गंभीर मानवीय परिणामों से चिह्नित है।1987 में प्रथम इंतिफ़ादा के दौरान हमास की स्थापना से शुरू हुए इस संघर्ष की तीव्रता कई बार बढ़ चुकी है, जिसमें 2008, 2014 और 2021 में बड़े टकराव शामिल हैं। इन संघर्षों के परिणामस्वरूप बड़े पैमाने पर हताहत हुए हैं, विशेष रूप से गाजा में नागरिकोंके बीच, जिसने इस क्षेत्र में मानवीय संकट को बढ़ा दिया है ।स्थायी शांति प्राप्त करने के प्रयास काफी हद तक असफल रहे हैं, अंतर्राष्ट्रीय पक्ष समाधान पर विभाजित हैं। चल रहे संघर्ष का क्षेत्रीय स्थिरता और वैश्विक भू-राजनीति पर गहरा प्रभाव पड़ रहा है । यह संघर्ष के अंतर्निहित कारणों को संबोधित करने वाले एक व्यापक और टिकाऊ समाधान की अपेक्षा रखता  है, जो कि फिलहाल दूर की कौड़ी है ।

 

कुंजी शब्द : अल-अक्सा मस्जिद, नाकाबंदी, युद्धविराम,गाजा पट्टी, हमास, मानवीयसंकट, इस्लामवादी आंदोलन, इजरायल-फिलिस्तीनी संघर्ष, यरुशलम, शांति प्रक्रिया, दो-राज्य समाधान, संयुक्त राष्ट्र, पश्चिमी तट।


74-79 | 131 Views | 95 Downloads
How to cite this article:
साहू टी . (2024) : इजराइल-हमास : अनवरत संघर्ष Research Expression 7:10, p. 74-79 DOI: https://doi.org/10.61703/RE-ps-Vyt-710-24-8