साईंस कालेज दुर्ग में नव प्रवेषित विद्यार्थियों हेतु एनईपी 2020 जागरूकता कार्यक्रम

 
साईंस कालेज दुर्ग में नव प्रवेषित विद्यार्थियों हेतु एनईपी 2020 जागरूकता कार्यक्रम 
शासकीय विश्वनाथ यादव तामस्कर स्नातकोत्तर स्वशासी महाविद्यालय, दुर्ग में सत्र 2025-26 में नव प्रवेषित बी.ए. प्रथम सेमेस्टर के विद्यार्थियों हेतु एनईपी 2020 जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन 16 जुलाई को प्रातः 10.00 बजे से महाविद्यालय परिसर स्थित स्वषासी परीक्षा भवन के डाॅ. राधाकृष्णन हाॅल में आयोजित किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ आईक्यूएसी समन्वयक डाॅ. प्रज्ञा कुलकर्णी ने किया। उन्होंने सभी विद्यार्थियों का स्वागत करते हुए उन्हें कला संकाय के विभागाध्यक्षों से परिचय कराया।  उन्होंने बताया कि यह इंडक्षन कार्यक्रम प्रत्येक संकाय के विद्यार्थियों के लिए अलग-अलग पाली में 16 एवं 17 जुलाई को आयोजित किया जायेगा। 
 महाविद्यालय के प्राचार्य डाॅ. अजय कुमार सिंह ने सर्वप्रथम विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि आपके उत्कृष्ट प्रदर्षन से ही महाविद्यालय की गरिमा बनी हुई है, और भविष्य में भी इसकी जिम्मेदारी आप पर ही होगी। उन्होंने कहा कि नव प्रवेवित विद्यार्थी महाविद्यालय को अच्छी तरह से समझे तथा यहां की संस्कृति के अनुसार अपने आप को ढाल लें। यदि किसी विद्यार्थी को किसी भी तरह की समस्या हो, तो महाविद्यालय का प्रत्येक प्राध्यापक उसके निराकरण हेतु सदैव तैयार रहेंगे। इसके पश्चात् स्वषासी प्रकोष्ठ के परीक्षा नियंत्रक डाॅ. जगजीत कौर सलूजा ने विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए उनके नये कोर्स के अंतर्गत परीक्षाओं एवं उससे संबंधित सभी जानकारी विस्तारपूर्वक बतायी। 
कार्यक्रम में डाॅ. कुसुमांजलि देषमुख ने राष्ट्रीय षिक्षा नीति 2020 के अनुसार चलने वाले पाठ्यक्रम के संबंध में विस्तारपूर्वक जानकारी पावर पाइंट प्रेजेटेंषन के माध्यम से विद्यार्थियों को दी। उन्होंने एनईपी 2020 में समावेषित प्रत्येक कोर्सेस, के्रेडिट्स, आंतरिक सतत् मूल्यांकन एवं सेमेस्टर परीक्षा प्रणाली के संबंध में विस्तारपूर्वक बताया। साथ ही एनईपी 2020 से संबंधित विद्यार्थियों के शंकाओं का समाधान भी किया। 
कार्यक्रम का संचालन डाॅ. प्रज्ञा कुलकर्णी ने किया। इस कार्यक्रम में डाॅ. अभिनेष सुराना, डाॅ. अनिल पाण्डेय, डाॅ. प्रषांत श्रीवास्तव, डाॅ. के. पद्मावती, डाॅ. मर्सी जाॅर्ज, डाॅ. सुनीता बी. मैथ्यू , डाॅ. प्रषांत दुबे, डाॅ. संजू सिन्हा, डाॅ. लतिका ताम्रकार, डाॅ. एलिजाबेथ भगत एवं अम्बरिष त्रिपाठी सहित अनेक प्राध्यापक उपस्थित रहे।